पापा खो गए नाटक सार
“पापा खो गए” एक प्रदर्शन है। यह विजय तेंदुलकर ने लिखा है। इस नाटक में लेखक ने निर्जीव वस्तुओं के जीवन के कष्टों और समस्याओं का वर्णन किया है। बच्चों के अपहरण की समस्या भी उठाई गई है। अब रात है। उस समय सड़क पर एक खंभा, एक पेड़, लैटरबक्स और दीवार पर एक फिल्मी पोस्टर है, जिस पर नाचती हुई मुद्रा में खड़ी लड़की का चित्र है। नाटक में खंभे और वृक्ष की बातचीत से पता चलता है कि उन्हें दिन का समय रात की अपेक्षा अच्छा लगता है।
जब खंभा एक जगह खड़ा होता है, तो एक वृक्ष उसे बताता है कि वह उससे भी पहले वहाँ खड़ा था। वह भी वहीं पैदा हुआ था। उस समय वहाँ कोई जनसंख्या नहीं थी और कोई सड़क भी नहीं थी। सामने दूर तक सागर था, और दूर तक सागर था। सड़क के किनारे पर खंभा लगाया गया था। वृक्ष को एक सहयोगी मिला। आरंभ में तो खंभा वृक्ष से कुछ बदतर दिखता था, लेकिन एक दिन तूफान में गिर गया। वृक्ष ने उसे मदद की।
इस दौरान वृक्ष की कुछ टहनियाँ भी टूट गईं, लेकिन खंभे को गिरने से बचाया। तब से वे बहुत अच्छे दोस्त हैं। चित्र में लड़की के घुँघरू बजते हैं जब दीवार पर लगे पोस्टर का टेढ़ा होता है। लैटरबक्स कुछ गुनगुनाता हुआ वहाँ आता है। गीत सुनकर एक कौआ भी पेड़ से उतर आता है। लैटरबक्स अपने डिब्बे से कुछ उठाकर पढ़ने लगता है। लैटरबक्स को पेड़ और खंभे ने ऐसा करने से रोका। लैटरबक्स ने उन्हें बताया कि वह मन बहलाने के लिए इन पत्रों को पढ़ता है।
पेड़ ने एक बार फिर उसे बताया कि किसी के निजी पत्र को नहीं पढ़ना चाहिए। सभी चुप हो जाते हैं जैसे कोई आता है। हम सभी ने देखा कि एक आदमी एक छोटी लड़की को उठाकर ला रहा है। उसने बच्ची को नशे की दवा भी दी थी ताकि वह जल्दी जाग न पाए। उस व्यक्ति को भूख लगी हुई थी। उस लड़की को एक पेड़ के नीचे डालकर कहीं रोटी खाने चला जाता है। खंभा, पेड़, लैटरबक्स और कौआ आदमी और लड़की के बारे में सोचने लगते हैं जब अजनबी आदमी चला जाता है।
उन्हें लगता है कि यह आदमी इस छोटी सी बच्ची को उठाया है। हमें इसे बचाना होगा। लड़की जागती है और उनकी आवाज सुनकर हैरान होती है कि वह वहाँ कैसे आई। लड़की को जागा हुआ देखकर सब चुप हो गए। लड़की अपने माता-पिता को भूलना शुरू कर देती है। लैटरबक्स ने उसके क्रोध को देखकर चुप नहीं रहा। उससे बात करके लैटरबक्स उसके डर को दूर करता है। वह उसे विश्वास दिलाता है और उसके घर का पता पूछता है, लेकिन लड़की को पता नहीं था।
अब क्या किया जाए, यह सभी को चिंतित करता था। लैटरबक्स ने पहले सोचा कि ये लोग भी आदमियों की तरह बोलते और बोलते हैं। लड़की भी इस तरह बोलना पसंद करती है। वह जल्दी से उनके साथ जुड़ जाती है। वे एक साथ खेलने लगते हैं। उन्हें लग गया कि लड़की को उस बुरे आदमी से बचाना होगा। कुछ देर बाद बच्चे उठाने वाला बुरा आदमी आता है। उसे देखकर सब चुप हो गए। पेड़ के पीछे लड़की छुप जाती है। आदमी लड़की नहीं पाता।
लड़की को सभी मिलकर बचाते हैं। लड़की को वहाँ नहीं मिलने पर आदमी चला जाता है। वह चला गया तो सभी खुश हो गए। खेलते-खेलते लड़की सो जाती है। लड़की के सोने के बाद, सभी लोग फिर से सोचने लगते हैं कि उसे उसके घर कैसे लाया जाए। कौआ उन्हें बताता है कि लड़की के घर का पता लगाने के लिए पेड़ और संभा एक-दूसरे के ऊपर झुक जाएँगे, जिससे लोगों को लगेगा कि कोई दुर्घटना हुई है। खंभे को फिर से संदेह होता है कि अगर कोई नहीं आया तो क्या होगा।
कोआ लैटरबक्स से कुछ कहता है। प्रातःकाल कुछ देर बाद होता है। रात अंधेरी हो जाती है। पेड़ पर झुका हुआ खंभा खड़ा था। कौजा काँव-काँव करने लगा। ‘पापा खो गए हैं’, बड़े-बड़े अक्षरों में पोस्टर पर लिखा हुआ था। अंत में, सभी लोग लैटरबक्स की ओर देखते हैं। वह हर किसी से कहता है कि इस लड़की के पिता को यहाँ ले आओ। यहीं खेल समाप्त होता है।
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प्रश्न 1. नाटक में आपको सबसे बुद्धिमान पात्र कौन लगा और क्यों ?
उत्तर – नाटक में कई पात्र हैं, जिनमें पेड़, खंभा, लैटरबक्स, पोस्टर और कौआ शामिल हैं। हर व्यक्ति का अपना काम और दृष्टिकोण है। सब लोग छोटी लड़की को उसके घर पहुंचाने के विभिन्न तरीके सोचते हैं, लेकिन हमें लगता है कि कोजा ही सबसे बुद्धिमान था क्योंकि उसने लड़की को उसके घर पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका बताया।
आज के जीवन के बारे में किसे अधिक जानकारी थी? यही कारण है कि वह खंभे को वृक्ष की ओर टेढ़ा करने की सलाह देता है ताकि देखने वालों को कोई दुर्घटना न हो। पुलिस आकर उसे देखेगी, फिर लड़की को भी देखेगी और उसे घर ले जाएगी। काँव-काँव की ध्वनि से लोगों को अपनी ओर खींचता है। वह भी सेटरबक्स से पोस्ट पर “पापा खो गए” लिखवा देता है। इस तरह, यह उस छोटी लड़की को उसके पास पहुंचने के लिए बहुत कुछ बताता है। इसलिए करेए को ही सबसे बुद्धिमान कहा जा सकता है।
प्रश्न 2. पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई ?
उत्तर – पहले पेड़ अकेला खड़ा था। नगर में सड़कें बनाई गईं और आसपास बड़े-बड़े घर बनने लगे, जिसमें बिजली का खंभा लगाया गया था। जब पेड़ ने पहले खंभे की ओर हाथ बढ़ाया, तो खंभे ने उसे नहीं देखा। यह अकड़ में रहा। गंभा एक बार तूफान में पेड़ पर गिर पड़ा। पेड़ ने उसकी देखभाल की। उन्होंने कोई चीट नहीं आने दिया। उसे बचाने की कोशिश में पेड़ चोट लगी। ख का घमंड समाप्त हो गया और उसने पेड़ को मुसीबत में सहायता करते देखा।
प्रश्न 3. लेटरबक्स को सभी लाल ताऊ कहकर क्यों पुकारते थे ?
उत्तर – लैटरबक्स का रंग लाल था। उसके लाल रंग के कारण ही सभी उसे लाल ताऊ कहकर पुकारते थे।
प्रश्न 4. लाल ताऊ किस प्रकार बाकी पात्रों से भिन्न है ?
उत्तर – लैटरबक्स, या लाल ताऊ, कई विशेषताओं से अलग था। उसका स्वर बहुत मधुर था। जब वह भजन गाता है, तो सभी खुश हो जाते हैं। वह बहुत से लोगों के विचारों को अपने पेट में रखता है। आज के बच्चों द्वारा पढ़ाई न करने पर वह क्रोधित हो जाता है। वह स्कूल जाकर खेलते रहने वाले बच्चों को पसंद नहीं करता। उसे अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए दिन-रात काम करने वाले माता-पिता के प्रति सहानुभूति होती है। वह लड़की को दुःख में देखकर उसे सहानुभूति देता है और उसे धीरज देता है। इन सब कारणों से ही लाल ताऊ अन्य पात्रों से अलग है।
प्रश्न 5. नाटक में बच्ची को बचानेवाले पात्रों में एक ही सजीव पात्र है। उसकी कौन-कौन सी बातें आपको मज़ेदार लगीं लिखिए।
उत्तर – नाटक में नाचने वाली लड़की, बच्ची को बचाने वाली पात्रों में से एक है। वह पोस्टर पर नाचने वाली मुद्रा में खड़ी है। नाटक में उस लड़की का बार-बार पोस्टर से गिर जाना हमें बहुत पसंद आता है। उसके पावों में बंधे घुंघरुओं की ध्वनि, जब वह हिलता है, सारा वातावरण मधुर हो जाता है। गिरने के बाद वह फिर से पोस्टर पर आ जाती है और खड़ी हो जाती है। वह छोटी लड़की के साथ नाचकर उसे प्रसन्न करती है। वह भी लड़की को छिपने में मदद करती है। वह पोस्टर से बार-बार बाहर आकर बुरे आदमी को भी हैरान करती है। वह निर्जीव पात्र की भूमिका निभाती है, हालांकि वह सजीव है।
प्रश्न 6. क्या वजह थी कि सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं पहुंचा पा रहे थे ?
उत्तर – नाटक में सभी पात्र जीवित नहीं थे। ये विचार कर सकते थे, बोल सकते थे, लेकिन लड़की को उसके घर लाने में असमर्थ थे। मुख्य कारण यह भी था कि लड़की को अपने घर का पता नहीं था, इसलिए उसे कहीं छोड़ दिया गया था। इसके अलावा, वे अपनी जगह से बाहर नहीं निकल सकते थे। उनके पास एक सीमा थी। इसलिए, सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं ला पा रहे थे।
Papa Kho Gaye Question Answer
प्रश्न 1. खंभे ने कौन-सी रातों को बुरा बताया और क्यों ?
उत्तर – बरसात की रातों को खंभे ने बुरा बताया क्योंकि उसे पानी की मार खानी पड़ती है और ऊपर से तेज हवाओं से बल्ब को बचाना पड़ता है। फिर रात भर एक टाँग पर खड़े रहना पसंद नहीं करता।
प्रश्न 2. आरंभ में सागर के किनारे का वातावरण कैसा था ?
उत्तर – पेड़ ने बताया कि पहले नगर सागर के किनारे नहीं बनाया गया था। न सड़क थी और न ऊँचे-ऊँचे मकान। सिनेमा पोस्टर भी नहीं थे। दूर तक सागर दिखाई दिया। हर जगह सन्नाटा था।
प्रश्न 3. लैटरबक्स के चरित्र की किसी एक विशेषता का वर्णन कीजिए।
उत्तर – लैटरबक्स भी नाटक का एक महत्वपूर्ण पात्र है। उसके चरित्र की सबसे बड़ी विशेषता है कि वह दुःखी लोगों की मदद करने के लिए तत्पर होता है। वह तुरंत नन्ही लड़की को रोते हुए देखकर उसे तसल्ली देने लगा।