भगत सिंह ने पहली बार : अवतार सिंह संधू पाश

अवतार सिंह संधू पाश अपनी इस कविता के माध्यम से लोगों को बताना चाहते है कि हमें भगत सिंह के उस मुड़े हुए पन्ने से आगे बढ़ना होगा जिसे भगत सिंह ने सहादत के वक्त पढ़कर मोड़ा था। तात्पर्य यह है कि हमें हमेशा बदलाव के लिए कार्य करते रहना चाहिए।

भगत सिंह ने पहली बार पंजाब को
जंगलीपन, पहलवानी व जहालत से
बुद्धिवाद की ओर मोड़ा था

जिस दिन फाँसी दी गई
उनकी कोठरी में लेनिन की किताब मिली
जिसका एक पन्ना मुड़ा हुआ था
पंजाब की जवानी को
उसके आख़िरी दिन से
इस मुड़े पन्ने से बढ़ना है आगे, चलना है आगे

Leave a Comment