कविता के बहाने मूलभाव – Kavita Ke Bahane Question & Answer

इस ब्लॉग में कविता के बहाने के प्रश्न-उत्तर दिए गए है। सभी के सभी प्रश्न परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। यदि आप अपनी 12th बोर्ड की परीक्षा की तैयारी कर रहें है तो ये प्रश्न आपके लिए काफी उपयोगी है। प्रत्येक वर्ष हिंदी के पेपर में इनसे सवाल पूछे ही जाते है। इसलिए आपको इन्हें अवश्य ही पढ़ लेना चाहिए।

कविता के बहाने प्रश्न-उत्तर 

प्रश्न 1. इस कविता के बहाने बताएं कि सब घर एक कर देने के माने क्या है ?

उत्तर- सब घर एक कर देने के माने से अभिप्राय है सभी घरों को एक समान समझना तथा अपना-पराया, छोटा-बड़ा मेरा-तेरा, जाति-धर्म संप्रदाय आदि संकुचित भावनाओं को मिटा कर सब को एक समान देखना। समाज में छोटे बच्चे का मन बहुत कोमल होता है। उसे किसी से भेदभाव, ईर्ष्या, द्वेष आदि नहीं होता इसलिए है अपने साथियों के साथ खेलने के लिए सभी घरों में जाता है।समस्त संक्रीणताओं को मिटा करें सभी घरों को एक समान कर देता है। 

प्रश्न2. उड़ने और खिलने का कविता से क्या संबंध है ?

उत्तर- कविता में उड़ने का संबंध चिड़िया से है पर वह चिड़िया से भी बढ़कर कविता के उन भावों से है जो काल की सीमा को भी लाँघ कर स्वयं को प्रकट कर देते हैं। अतीत के भाव यदि वर्तमान तक पहुंचते हैं तो वह भविष्य में भी जाएंगे। चिड़िया के उड़ने की तो सीमित क्षमता है पर कविता में विद्यमान भावों की क्षमता तो असीम है। खेलने का संबंध फूल से है, उसकी सुंदरता और उसकी मधुर गंध से है, पर कविता में विद्यमान होने वाले सुंदर भावों और गुणों को भी यह प्रकट करता है।

फूल तो कुछ समय के लिए खिलकर अपना रंग रूप प्रकट करता है तथा गंंध फैलाता है लेकिन कविता तो युग-युगांतरो तक अपनी गुणोंरूपी सुगंध को फैलाने की क्षमता रखती है। कवि ने प्रतीकात्मकता के प्रयोग से उड़ने और खिलने को अति व्यापकता प्रदान कर दी है। वे तो शाश्वत गुणों के व्यक्त करने वाले वाहक बन गए है। 

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प्रश्न 3. कविता और बच्चों को समानांतर रखने के क्या कारण हो सकते हैं ?

उत्तर- कोई बच्चा इस सृष्टि में आकर इंसान की युगो-पुरानी सभ्यता को वर्तमान में स्थापित करता है। युगों से हमारे पूर्वजों ने जिन-जिन जीवन मूल्यों की स्थापना की उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाने के लिए वह तत्पर होता है। पुराने मूल्यों में वर्तमान का यथार्थ जोड़ता है और भविष्य की ओर बढ़ जाता है। कविता भी ऐसा ही करती है। कविता युगों पुराने भावों को वर्तमान के माध्यम से भविष्य की ओर लेकर आगे गति करती है।

कोई भी बच्चा खेलते-कूदते समय, स्थान और स्थिति का ध्यान में रखते हुए अपने भावों को व्यक्त कर देता है और कवि भी अपनी कविता के माध्यम से ऐसा ही करता है। कवि ने कविता और बच्चों को समानांतर रखा है क्योंकि इन दोनों के माध्यम से ही अतीत, वर्तमान और भविष्य आपस में एक-दुसरे से जुड़ते हैं। बच्चे भी खेलते समय किसी की परवाह नहीं करते और कवि भी हर प्रकार के अच्छे-बुरे भावों को कविता के माध्यम से व्यक्त कर देते हैं। 

प्रश्न4. कविता के संदर्भ में बिना मुरझाए महकने के माने क्या होते हैं ?

उत्तर- कविता के माध्यम से कवि के मधुर भाव व्यक्त होते हैं जो अपने समय और समाज को सुगंध प्रदान करते हैं। कविता का प्रभाव क्षणिक नहीं होता हैं, इसकी कोई सीमित आयु नहीं होती है। वह चीर स्थाई होते हैं। वह युग-युगांतर तक मानव सभ्यता को प्रभावित करते हैं।

शाश्वत मूल्य तो मानव के लिए हर काल में संजीवनी का कार्य करते हैं। कविता में छिपे हुए श्रेष्ठ भाव और मूल्य हैं जो बिना मुरझाए सदा महकते रहते हैं तथा अतीत से वर्तमान को प्राप्त होते रहते हैं और वर्तमान से आने वाली पीढ़ियों को प्राप्त होंगे। उनके द्वारा ही मानव सभ्यता के उच्च जीवन मूल्य गति प्राप्त करते रहेंगे।

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