कृष्ण काव्य की प्रवृत्तियाँ / कृष्ण काव्य की विशेषताएं

कृष्ण काव्य की प्रवृत्तियाँ सगुण-कृष्ण भक्ति-सगुण कृष्ण भक्ति काव्य से अभिप्राय उस काव्य से है जिसमें कवियों ने ईश्वर का रूप श्रीकृष्ण में देखकर अपने काव्य की रचना की। कवियों ने इस काव्य में श्रीकृष्ण …

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सूफी काव्य की प्रवृत्तियाँ / सूफी काव्य की विशेषताएँ

सूफी काव्य की प्रवृत्तियाँ सूफी काव्य की प्रवृत्तियाँ / Sufi Kavya Ki Parvatiya : सूफी काव्य परंपरा-‘सूफी’ फारसी भाषा का शब्द है। चूंकि सूफ का अर्थ ऊन होता है, अतः सूफी का अर्थ हुआ-वे विरक्त …

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रामकाव्य की प्रमुख प्रवृत्तियाँ / रामकाव्य की प्रमुख विशेषताएँ

रामकाव्य की प्रमुख प्रवृत्तियाँ रामभक्ति काव्य-सगुण रामभक्ति काव्य से अभिप्राय उस काव्य से है जिसमें कवियों ने ईश्वर का रूप श्रीराम में देखकर अपने काव्य की रचना की। कवियों ने इस काव्य में श्रीराम के …

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 सांझा सीर नाटक का सार / Sanjha Seer Natak Summary

  सांझा सीर नाटक का सार साझा सीर श्री रामफल चहल द्वारा रचित एक उल्लेखनीय नाटक है जो आज के भौतिकवाद युग के कारण लोगों की परिवर्तित मानसिकता पर प्रकाश डालता है। मानसिंह का छोटा …

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प्रेमचंद का जीवन दर्शन : Premchand Ka Jivan Darshan PDF

प्रेमचंद का जीवन दर्शन प्रेमचन्द हिन्दी-जगत् में उपन्यास सम्राट् के रूप में विख्यात हैं। साथ ही, वे युगीन सुप्रसिद्ध कहानीकार भी रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन में कटु अनुभव किये थे तथा भारतीय जीवन की …

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ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा | Dhruvswamini Natak Tatvik Samiksha PDF

ध्रुवस्वामिनी नाटक तात्विक समीक्षा ‘ध्रुवस्वामिनी’ जयशंकर प्रसाद जी का एक श्रेष्ठ नाटक है। इस नाटक में प्रसाद जी की निर्दोष नाट्य कला के दर्शन होते हैं। यह नाटक रंगमंच एवं कलात्मकता दोनों ही दृष्टियों से …

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‘गोदान’ उपन्यास में प्रेमचन्द द्वारा प्रस्तुत नारी भावना की विवेचना PDF

1. गोदान उपन्यास में नारी भावना संसार की सार्थकता उसकी गतिशीलता में है और संसार को गतिशीलता प्रदान करने वाले दो तत्त्व हैं-नारी और पुरुष जीवन रूपी गाड़ी के ये दोनों दो पहिए हैं। जैसे …

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मंदाकिनी का चरित्र चित्रण (ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर) PDF

मंदाकिनी का चरित्र चित्रण मन्दाकिनी नाटक में एक काल्पनिक पात्र है। नाटककार ने उसे रामगुप्त व चंद्रगुप्त की बहन के रूप में चित्रित किया है। नाटक में यह स्वच्छंद गुप्तवाला जहाँ-जहाँ भी उपस्थित होती है, …

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रामगुप्त का चरित्र चित्रण | Ramagupta Charitra Chitran PDF

रामगुप्त का चरित्र चित्रण रामगुप्त ध्रुवस्वामिनी नाटक का एक प्रमुख पात्र है। वह एक ऐसा पात्र है जो अपने छल कपट से अपने ही भाई, अपनी पत्नी यहाँ तक कि अपने देश को भी नुकसान …

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गोदान उपन्यास की समस्या : ग्रामीण एवं शहरी | Godan Upnyas Ki Samasya PDF

गोदान उपन्यास की समस्या मुंशी प्रेमचन्द सच्चे अर्थों में एक महान् साहित्यकार थे जिन्होंने ‘कलम का सिपाही’ बनकर देश की सेवा की थी। अपने युग के वे द्रष्टा थे और उसके पथप्रदर्शक भी। उन्होंने पराधीन …

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