‘गोदान’ उपन्यास में प्रेमचन्द द्वारा प्रस्तुत नारी भावना की विवेचना PDF
1. गोदान उपन्यास में नारी भावना संसार की सार्थकता उसकी गतिशीलता में है और संसार को गतिशीलता प्रदान करने वाले दो तत्त्व हैं-नारी और पुरुष जीवन रूपी गाड़ी के ये दोनों दो पहिए हैं। जैसे …