वह चिड़िया जो कक्षा 6 के पाठ्यक्रम में संकलित एक सूंदर कविता है। इस कविता के रचनाकार केदारनाथ अग्रवाल जी है। इस लेख में हम Class 6 Hindi Chapter 1 के प्रश्न-उत्तर पढ़ने जा रहें है। आप वह चिड़िया जो की व्याख्या को भी पढ़ सकते है।
वह चिड़िया जो प्रश्न-उत्तर
प्रश्न- ‘वह चिड़िया जो कविता का सार अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर- यह कविता केदारनाथ अग्रवाल द्वारा लिखित एक बहुत ही प्यारी रचना है। प्रस्तुत कविता में नीले पंखों वाली एक सुंदर चिड़िया का वर्णन किया गया है। वह चिड़िया दूध-भरे जुड़ी के दानों को रुचिपूर्वक खाती है। उसकी आवाज़ मधुर है। वह जंगल में इधर-उधर उड़ती रहती है। इस चिड़िया के पंख नीले तथा अत्यंत सुंदर हैं। इस चिड़िया को अनाज के दानों, वन तथा बाग-बगीचों और नदी के जल से बहुत प्यार है। वह छोटी, संतोषी तथा गवली चिड़िया है।
प्रश्न 1. कविता पढ़कर तुम्हारे मन में चिड़िया का जो चित्र उभरता है उस चित्र को कागज पर बनाओ।
उत्तर- कविता पढ़कर हमारे मन में निम्नलिखित बातों द्वारा निम्न चित्र उभरता है-
(1) चिड़िया आकार में छोटी है।
(2) चिड़िया के पंख नीले हैं जो देखने में सुंदर लगते हैं।
(3) चिड़िया जंगल में मधुर स्वर में गाती है। (4) चिड़िया बहती नदी का पानी पीती है।
(5) उस चिड़िया को स्वतंत्रता अधिक प्रिय है।
प्रश्न 2. तुम्हें कविता का कोई और शीर्षक देना हो तो क्या शीर्षक देना चाहोगे? उपयुक्त शीर्षक सोचकर लिखो ।
उत्तर- ‘नीले पंखों वाली चिड़िया’, ‘नन्हीं चिड़िया’, ‘सुंदर चिड़िया’, ‘चिड़िया रानी बड़ी सयानी’ आदि अन्य उपयुक्त शीर्षक हो सकते हैं।
Vah Chidiya Jo Question Answer
प्रश्न 3. इस कविता के आधार पर बताओ कि चिड़िया को किन-किन चीज़ों से प्यार है?
उत्तर- चिड़िया को जो बाजरे की बालियों (जुडी) के दानों, जंगल तथा नदी के जल से प्यार है। इसके साथ ही स्वतंत्र उड़ने के लिए उसे आकाश से भी प्यार है।
प्रश्न 4. कवि ने चिड़िया को छोटी, संतोषी, मुँह बोली और गरबीली चिड़िया क्यों कहा है?
उत्तर- चिड़िया का आकार बहुत बड़ा नहीं है। वह जुड़ी के दानों को चाव से खाकर संतोष कर लेती है। वह मधुर स्वर में गाती है। अतः जंगल में रहने वाले सभी जीव उससे प्यार करते हैं। उसके नीले पंख अत्यंत सुंदर हैं, इसीलिए कवि ने उसे छोटी, संतोषी, मुँहबोली और गरबीली कहा है।
प्रश्न 5. आशय स्पष्ट करो-
(क) रस उडेलकर गा लेती है
(ख) चढ़ी नदी का दिल टटोलकर जल का मोती ले जाती है
उत्तर- (क) नीले पंखों वाली चिड़िया स्वच्छंद रूप से वन में विचरण करती है। वन में घूमते हुए वह मुक्त कंठ से मधुर स्वर में चहचहाती है (गाती है जिसकी आवाज को सुनकर सभी आनंदित हो जाते हैं।
(ख) स्वतंत्र होने के कारण चिड़िया वन, उपवन, पर्वत, नदी आदि जगहों पर जा सकती है। चिड़िया लबालब भरी नदी की अथाह जल राशि का अनुमान लगाती है और उस जल राशि में से जल रूपी मोती लाती है अर्थात उसी जल से चिड़िया अपनी प्यास बुझाती है। इसलिए पानी चिड़िया के लिए मोती के समान अमूल्य है।