बाल मजदूरी पर निबंध | Baal Majduri Nibandh [Child Labour Essay]
बाल मजदूरी पर निबंध: नमस्कार दोस्तों ! आज के इस आर्टिकल में हम बाल मजदूरी पर निबंध के बारे में चर्चा करने जा रहें है। जो विद्यार्थी कक्षा 6 से 10 तक पढ़ रहें है …
बाल मजदूरी पर निबंध: नमस्कार दोस्तों ! आज के इस आर्टिकल में हम बाल मजदूरी पर निबंध के बारे में चर्चा करने जा रहें है। जो विद्यार्थी कक्षा 6 से 10 तक पढ़ रहें है …
ज्ञान पर निबंध ज्ञान सूचना, कौशल और समझ का संचय है जिसे लोग अपने पूरे जीवन में अधिग्रहण करते हैं। यह सफलता, सशक्तिकरण और विकास की कुंजी है। ज्ञान का अधिग्रहण मानव इतिहास का एक अनिवार्य …
भारत में गरीबी पर निबंध भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के बावजूद, अभी भी एक गरीब देश बना हुआ है। भारत में गरीबी एक व्यापक और जटिल समस्या …
भारतीय नारी पर निबंध: आज के इस आर्टिकल में हम भारतीय नारी/स्त्री जीवन के ऊपर निबंध को पढ़ने जा रहें है। इस निबंध को अपनी शब्द सीमा की आवश्यकता अनुसार प्रयोग में ला सकते है। …
भारतीय सैनिक पर निबंध भारत एक महान् देश है। यह शान्ति में विश्वास रखता है। परन्तु कहा जाता है कि यदि आप शान्ति चाहते हैं तो युद्ध के लिए सदा तैयार रहें। युद्ध के लिए …
उत्साह निबंध का सार ‘उत्साह’ निबंध के लेखक रामचंद्र शुक्ल जी है। उनके द्वारा लिखा गया यह एक मनोवैज्ञानिक निबंध है। लेखक ने मानव मन में उत्पन्न होने वाली साहसपूर्ण आनंद की उमंग को ‘उत्साह’ …
भारतीय किसान पर निबंध भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत की 75% जनता गांवों में रहती है। अतः कृषि उनका मुख्य व्यवसाय है। गांवों के लोगों का जीवन कृषि पर निर्भर करता है। भारतीय …
स्वराज्य के फायदे निबंध का सार प्रस्तुत निबन्ध में मुंशी प्रेमचन्द ने स्वराज्य प्राप्ति के पश्चात् मिलने वाले लाभों के बारे में विवेचनात्मक टिप्पणी की है। सर्वप्रथम वे स्वराज्य का अर्थ बताते हुए कहते हैं …
बच्चों को स्वाधीन बनाओ निबंध का सार प्रस्तुत निबन्ध में मुंशी प्रेमचन्द बच्चों को स्वाधीन बनाने पर बल देते हुए कहते हैं कि आधुनिक परिवेश में पले-बढ़े बच्चे अपने मां-बाप से ज्यादा स्वाधीन प्रवृत्ति के …
आज़ादी की लड़ाई निबंध का सार प्रेमचन्द पराधीन भारत के रचनाकार थे। उन्होंने पराधीन भारत में अंग्रेजों की क्रूरताओं को नजदीक से देखा और झेला था। तत्कालीन समाज में स्वाधीनता संग्राम के आन्दोलनों का जिक्र करते …