आशा का अंत निबंध का सार | Asha Ka Ant Nibandh Ka Saar
आशा का अंत निबंध का सार ‘आशा का अन्त’ बालमुकुन्द गुप्त द्वारा विरचित एक राजनीतिक व्यंग्यात्मक निबन्ध है। इसमें भारत में विदेशी साम्राज्यवादी अंग्रेजों द्वारा स्थापित कुशासन से भारत दुर्दशा का सजीव चित्रण है। गुप्त …