संसार पुस्तक है पाठ सार & प्रश्न-उत्तर PDF | Class 6th Chapter 12th Hindi

Sansar Pustak Hai Ka Saar

संसार पुस्तक है पाठ का सार

संसार पुस्तक है पाठ जवाहरलाल नेहरू के द्वारा लिखा गया है। यह पाठ हिंदी साहित्य की ‘पत्र’ नामक विधा पर आधारित है। यह पाठ उस समय लिखा गया है जब पंडित जवाहरलाल नेहरू इलाहाबाद में थे तथा उनकी पुत्री इंदिरा गांधी मंसूरी में रहती थीं। जब इंदिरा जी अपने पिता के साथ रहती थीं तो अनेक बातें उनसे पूछ लेती थीं। परंतु जब दोनों दूर-दूर रहते थे, तो इस प्रकार की बात संभव नहीं थी। इसलिए नेहरू जी ने उन्हें पत्र के माध्यम से दुनिया और छोटे देशों के बारे में बताना चाहा। उन्होंने अपने पुत्री के पास भेजे गए पत्र में लिखा कि अगर दुनिया का हाल जानने का शौक है तो उसमें बसी जातियों और देशों के विषय में जानना होगा, केवल उसी देश के विषय में नहीं जिसमें कोई पैदा हुआ है। यह दुनिया एक है और उसमें रहने वाले सभी लोग आपस में भाई-बहन हैं।

यह पृथ्वी लाखों-करोड़ों वर्ष पुरानी है। एक समय था जब यह धरती बेहद गर्म थी। इस पर कोई भी जानदार चीज़ न थी, ऐसा विद्वानों का मानना है। जब पुराने जमाने में आदमी ही नहीं थे तो किताबें कौन लिखता हम मनगढ़ंत बातें सोच लेते जो सच न होतीं। देश के पहाड़, समुद्र, नदियाँ, जंगल आदि के माध्यम से भी पुरानी इस दुनिया का पता लग सकता है। इसके लिए संसार रूपी पुस्तक को पढ़ना होगा। जिस प्रकार किसी भाषा को सीखने के लिए अक्षरों का ज्ञान आवश्यक है, उसी प्रकार प्रकृति के अक्षरों को पढ़ना पड़ेगा।

कोई चिकना सा रोड़ा भी अपने बारे में बहुत कुछ बताता है कि यह गोल, चिकना और चमकीला कैसे हो गया। किसी चट्टान को तोड़ने पर उसका कोना नुकीला होता है। यह पहाड़ों के दामन में पड़ा रहता है। पानी बहाकर उसे घाटी तक सेआया। पहाड़ी नाले ने उसे (पत्थर को) नदी तक पहुँचाया और यह लुढ़कता रहा, जिससे उसके किनारे घिस गए और यह चिकना चमकदार बन गया। अगर नदी उसे और आगे ले जाती, तो वह छोटा होकर बालू का एक कण बन जाता और सागर के किनारे जम जाता। छोटे बच्चे उस पर घरौंदे बनाकर खेलते। अगर एक छोटा-सा रोड़ा तुम्हें इतनी बातें बता सकता है तो पहाड़ों और दूसरी चीजों से जो हमारे चारों तरफ हैं, हमें और कितनी बातें मालूम हो सकती हैं। अर्थात हमें बहुत अधिक जानकारी मिल सकती है।

अभ्यास के सभी प्रश्नों के उत्तर

प्रश्न 1. लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर’ किन्हें कहा है ?

उत्तर- लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर उन्हें कहा है जो हमारे आस-पास मौजूद छोटे-छोटे पत्थर, छोटे-छोटे जीव-जंत पेड़-पौधे और अन्य छोटी-छोटी प्रकृति द्वारा दी गई चीजें हैं।

प्रश्न 2. लाखों-करोड़ों वर्ष पहले हमारी परती कैसी थी ?

उत्तर- लाखों-करोड़ों वर्ष पहले हमारी धरती बेहद गर्म थी। यह इतनी गर्म थी कि इस पर कोई भी सजीव नहीं रह सकता था।

प्रश्न 3. दुनिया का पुराना हाल किन चीज़ों से जाना जाता है? कुछ चीज़ों के नाम लिखो।

उत्तर- दुनिया का पुराना हाल पहाड़, समुद्र, सितारे, नदियाँ, जंगली जानवरों तथा पुरानी हड्डियों आदि से जाना जा सकता है।

प्रश्न 4. गोल, चमकीला रोड़ा अपनी क्या कहानी बताता है ?

उत्तर- गोल चमकीला रोड़ा, चट्टान का नुकीला, खुरदरा टुकड़ा होने से लेकर नदी के पानी के साथ लुढ़ककर चिकना एवं सुडौल होने तक की कहानी बताता है।

प्रश्न 5. गोल, चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो क्या होता? विस्तार से उत्तर लिखो।

उत्तर- गोल चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो वह छोटा होते-होते बालू का एक कण बन जाता और अन्य कणों से मिलकर समुद्र का किनारा बन जाता। उस पर बच्चे खेलते हुए अपना घरौंदा बनाते।

प्रश्न 6. नेहरू जी ने इस बात का हलका-सा संकेत दिया है कि दुनिया कैसे शुरू हुई होगी। उन्होंने क्या बताया है ? पाठ के आधार पर लिखो।

उत्तर – नेहरू जी ने इस बात का हल्का-सा संकेत दिया है कि लाखों-करोड़ों वर्ष पहले पृथ्वी बहुत ही गर्म थी। इस पर कोई भी प्राणी नहीं रह सकता था। धरती के धीरे-धीरे ठंडी होने पर वनस्पतियां पैदा हुई। छोटे-छोटे जीव-जंतु पैदा हुए और उसके बाद मनुष्य इस प्रकार दुनिया शुरू हुई।

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पत्र से आगे

प्रश्न 1. लगभग हर जगह दुनिया की शुरुआत को समझाती हुई कहानियाँ प्रचलित हैं। तुम्हारे यहाँ कौन-सी कहानी प्रचलित है ?

उत्तर- हमारे यहाँ दुनिया की शुरुआत के विषय में यह कहानी प्रचलित है-एक बार पृथ्वी पर भयंकर प्रलय आया, जिसमें सब कुछ नष्ट हो गया। हर जगह जल-ही-जल था। हिमालय पर्वत की तलहटी में महाराज मनु बचे थे, जो यज्ञ कर रहे थे। गन्धर्व कन्या सतरूपा, जलमग्न पृथ्वी को देख रहीं थी। उन्हें हिमालय पर्वत पर उठता हुआ धुआँ दिखाई दिया जिससे उन्होंने सोचा कि इस प्रलय के बाद भी अवश्य ही कोई जीवित बचा है। वे हिमालय पर्वत की तलहटी में यज्ञ कर रहे मनु के पास आईं। वहाँ इन दोनों का मिलन हुआ। मनु और सतरूपा के मिलने से इस दुनिया की शुरुआत हुई।

प्रश्न 2. तुम्हारी पसंदीदा किताब कौन सी है और क्यों ?

उत्तर – मेरी पसंदीदा किताब ‘श्रीमद्भगवत गीता’ है, जिसे महर्षि वेद व्यास ने लिखा है। इस किताब को पढ़ने से हमें अपने कर्म के प्रति लगाव की भावना पैदा होती है। यह पुस्तक मनुष्य को ज्ञान कराती है कि कर्म ही पूजा है।

प्रश्न 3. मसूरी और इलाहाबाद भारत के किन प्रांतों के शहर हैं ?

उत्तर- मसूरी उत्तराखंड प्रदेश में तथा इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में है।

प्रश्न 4. तुम जानते हो कि दो पत्थरों को रगड़कर आदि मानव ने आग की खोज की थी। उस युग में पत्थरों का और क्या-क्या उपयोग होता था ?

उत्तर- आदि मानव पत्थरों का उपयोग आग जलाने, हथियार के रूप में, अपनी रक्षा के लिए, जानवरों को भगाने के लिए, ज़मीन को खोदने तथा बड़े पत्थर से छोटे पत्थर को तोड़ने आदि के रूप में करता था।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.हर चीज़ के निर्माण की एक कहानी होती है, जैसे मकान के निर्माण की कहानी- कुरसी, गद्दे, रजाई के निर्माण की कहानी हो सकती है। इसी तरह वायुयान, साइकिल अथवा अन्य किसी यंत्र के निर्माण की कहानी भी होती है। कल्पना करो यदि रसगुल्ला अपने निर्माण की कहानी सुनाने लगे कि वह पहले दूध था, उसे दूध से छेना बनाया गया, उसे गोल आकार दिया गया। चीनी की चाशनी में डालकर पकाया गया। फिर उसका नाम पड़ा रसगुल्ला।

तुम भी किसी चीज़ के निर्माण की कहानी लिख सकते हो, इसके लिए तुम्हें अनुमान और कल्पना के साथ उस चीज़ के बारे में कुछ जानकारी भी एकत्र करनी होगी।

उत्तर – ताला – कोई पुराना या नया लोहा या लोहे के टुकड़े रहे होंगे। उन्हें फैक्ट्री में पिघलाया गया होगा। फिर साँचे में डालकर, उसके (ताले) कुछ भाग बनाए गए होंगे। फिर उसके छोटे भाग बनाकर कारीगरों ने उसे जोड़कर ताले का रूप दिया होगा और उसकी चाबी भी बनाई होगी।

कुर्सी- आम, शीशम, शाल आदि के लकड़ी के मोटे भाग को आरा मशीनों से चीरकर पतला किया गया होगा। कुछ भाग के पटरे भी बनाए गए होंगे। बढ़ई ने इनको चिकना करके पाए और हत्ये बनाए होंगे। फिर इनको छोटे-छोटे पटरों के साथ जोड़कर कुर्सी तैयार की गई होगी।

रज़ाई – कपास से रूई प्राप्त करके मिलों से धागे बनाए गए होंगे। फिर मिलों में मशीनों तथा कारीगरों की मदद से कपड़ा तैयार किया गया होगा। पुनः छपाई करके आकर्षक खोल तैयार की गई होगी। अब बाजार से रूई खरीदकर मशीनों से साफ करके कारीगरों ने रूई खोल में भरी होगी फिर सिलाई करके रज़ाई तैयार कर दी गई होगी।

Sansar Pustak Hai Question Answer PDF 

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